ब्यास डेरा प्रमुख ने महात्मा वीरेंद्र को पगड़ी पहनाई, बोले- जो दूर हो गए हैं उन्हें प्रेम से वापस लाना
Beas Dera chief put a turban on Mahatma Virendra
कालांवाली डबवाली रोड पर स्थित मस्ताना शाह बलोचिस्तानी डेरा जगमालवाली में बुधवार को राधा स्वामी ब्यास के संत पहुंचे।
डेरा ब्यास प्रमुख संत गुरिंदर सिंह ढिल्लों व डेरा ब्यास के नए उत्तराधिकारी जशदीप सिंह गिल ने डेरा जगमालवाली में दिवंगत संत बहादुर चंद वकिल साहब के निधन के बाद शोक प्रगट किया। राधा स्वामी ब्यास के संत गुरिन्द्र सिंह ढिल्लों करीब दो घन्टे डेरे में रहे और डेरे के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की।
इस दौरान जगमालवाली के महात्मा बीरेंद्र सिंह ढिल्लों को पगड़ी पहनाई पहनाई। इसी दौरान डेरा में जत्थेदार बलजीत सिंह दादुवाल, डेरा के ट्रस्टी, ग्रीवेंस कमेटी व डेरे के अन्य प्रबंधक कमेटी के सदस्यों व वकील साहब के परिजनों ने संत गुरेन्द्र सिंह से मुलाकात की। संत गुरिंद्र सिंह ने त्मा वीरेंद्र से बात करते हुए महात्मा कहा कि दिवंगत संत वकील साहब द्वारा दी गई ड्यूटी में नामदान और सत्संग का आयोजन करने की बात की। उन्होंने कहा कि सबसे प्यार करना। संत गुरिन्द्र सिंह ढिल्लों ने कहा कि जो लोग बिछड़े या गुमराह हुए है उनको भी प्यार से समझा कर डेरे के साथ जोड़ने का काम करना चाहिए। इसके अलावा सबसे प्यार करों और किसी से नफरत ईर्ष्या नहीं रखनी है।